कांथाराज शंकर अगासा ने ONE के साथ करार, ड्रीम मैच और डेब्यू को लेकर बात की
बीते दिनों ONE Championship के भारतीय सुपरस्टार्स की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ा। भारत के सबसे प्रतिभाशाली मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में से एक कांथाराज “कन्नाडिगा” शंकर अगासा ने ONE के साथ करार किया।
दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन से जुड़ने पर अगासा ने खुशी जाहिर की।
उन्होंने कहा, “मैंने काफी समय से ONE Championship के साथ जुड़ने का प्लान किया था।”
“मुझे करीब दो साल पहले ONE की तरफ से फाइट के लिए कॉन्टैक्ट किया गया था, तब किसी कारणवश जॉइन नहीं कर पाया था। अब ONE Championship का हिस्सा बन गया हूं, जो कि दुनिया का सबसे बड़ा मार्शल आर्ट्स संगठन है। मैं ONE के साथ जुड़कर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं।”
भारतीय एथलीट सितारों से सजे ONE के फ्लाइवेट डिविजन का हिस्सा होंगे। इस डिविजन में मौजूदा ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन एड्रियानो “मिकीन्यो” मोरेस, डिमिट्रियस “माइटी माउस” जॉनसन, डैनी “द किंग” किंगड और युया “लिटल पिरान्हा” वाकामत्सु जैसे अनुभवी स्टार्स हैं।
इस डिविजन को लेकर अगासा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ONE के फ्लाइवेट डिविजन में काफी अच्छे स्टार्स हैं। मुझे खुद पर बहुत भरोसा है, अगर मुझे अच्छा फाइट कैंप मिले तो उन्हें मात दे सकता हूं।”
फ्लाइवेट डिविजन में दुनिया के सबसे बेहतरीन मिक्स्ड मार्शल आर्टिस्ट्स में शुमार डिमिट्रियस जॉनसन भी हैं, जो कि 12 बार के फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं। उन्होंने उत्तर-अमेरिका में अपनी छाप छोड़ने के बाद 2018 में ONE Championship को जॉइन किया था। उसके बाद एशिया के टॉप फ्लाइवेट स्टार्स युया वाकामत्सु, तत्सुमित्सु वाडा और डैनी किंगड को हराकर अक्टूबर 2019 में ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड ग्रां प्री चैंपियनशिप अपने नाम की।
“कन्नाडिगा” का ड्रीम प्रतिद्वंदी कोई और नहीं बल्कि जॉनसन ही हैं। “माइटी माउस” की एक बाउट देखने के बाद भारतीय स्टार को उनके जैसा बनने की लालसा हुई। वो इस महान एथलीट के खिलाफ खुद की प्रतिभा का टेस्ट लेना चाहते हैं।
उन्होंने बताया, “मैंने डिमिट्रियस जॉनसन और हेनरी सेहुडो की बाउट देखी थी, वो सबसे अच्छी फाइट्स में से एक थी।”
“मैं चाहता था कि एक दिन उस लेवल तक आऊं और अपना स्टैंडर्ड बढ़ाऊं। मैं जॉनसन के साथ फाइट करना चाहता हूं। मैं उनके साथ मुकाबला कर अपनी काबिलियत को टेस्ट करना चाहूंगा, जिससे पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच में कितना अंतर है।
“उनके खिलाफ जीतना किसी सपने के सच होने जैसा होगा, लेकिन अगर हारा तो काफी सारा अनुभव प्राप्त होगा, जिससे युवा एथलीट्स को भी सीख दे सकता हूं।”
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बेंगलुरु की Indian Combat Sports Academy में ट्रेनिंग करने वाले स्टार का प्रोफेशनल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में 11-2 का रिकॉर्ड है। सबसे खास बात ये है कि उन्हें अपने पहले 10 मैचों में जीत मिली थी। उनकी सभी जीतों में से 5 जीत सबमिशन और एक तकनीकी नॉकआउट के जरिए आई है।
28 वर्षीय कर्नाटक के शिमोगा शहर के निवासी ने डेब्यू को लेकर पूरी तैयारी के साथ उतरने की बात कही।
उन्होंने कहा, “डेब्यू में मुझे जिसके भी खिलाफ मैच मिलेगा, मैं उसके लिए पूरी तरह से तैयार रहूंगा।”
अगासा सेकंड-डैन जूडो ब्लैक बेल्ट होल्डर हैं, इसके साथ-साथ वो रेसलिंग और ब्राजीलियन जिउ-जित्सु में भी माहिर हैं। उन्होंने बताया कि वो एक बार अपने प्रतिद्वंदी को मैट पर गिरा दें तो फिर उनका बच निकलना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
“कन्नाडिगा” ने कहा, “मैं कड़ी मेहनत में विश्वास रखता हूं। मुझे अपनी ग्रैपलिंग स्किल्स पर काफी भरोसा है, चाहे विरोधी कितना भी अच्छा स्ट्राइकर हो। मेरा टारगेट विरोधी को मैट पर ले जाना, ग्राउंड एंड पाउंड अटैक करना और सबमिशन के जरिए फिनिश करना रहता है।”
COVID-19 की वजह से पूरे देश में लगा लॉकडाउन सभी के लिए अलग-अलग तरह की चुनौतियां लेकर आया, लेकिन ये “कन्नाडिगा” के लिए अभिशाप की तरह साबित हुआ। इस दौरान उनके कंधे में गंभीर चोट लगी, जिसकी सर्जरी करवानी पड़ी। फिलहाल, वो रिकवरी के रास्ते पर हैं और साल के अंत तक पूरी तरह से फिट हो जाएंगे।
अपने चोटिल होने की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “मैं लॉकडाउन के समय अपने होमटाउन आ गया था। मध्य अप्रैल में वहां अखाड़े में एक हेवीवेट रेसलर (करीब 110 किलोग्राम वजन) के साथ रेसलिंग की ट्रेनिंग कर रहा था।”
“मिट्टी होने की वजह से काफी स्लिपरी हो गया था। मैं उनके खिलाफ टेकडाउन के लिए गया और उन्होंने भी बचने की कोशिश की, मगर मेरा हाथ फिसल गया और वो हेवीवेट रेसलर मेरे ऊपर गिर गए। इस वजह से कंधे में गंभीर चोट आई और फिर करीब 20 दिन बाद कंधे की सर्जरी करवानी पड़ी।
“अभी मैंने ट्रेनिंग शुरु कर दी है, लेकिन दिसंबर महीने तक पूरी तरह से फिट हो जाऊंगा।”
बाकी एथलीट्स की तरह ही अगासा का सपना है कि वो ONE वर्ल्ड चैंपियन बनें, लेकिन वो इसके जरिए कुछ और भी साबित करना चाहते हैं।
फ्लाइवेट स्टार ने कहा, “मेरा लक्ष्य ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियनशिप हासिल करना है।”
“मैं ये साबित करना चाहता हूं कि कैसे एक छोटे से शहर से आया एथलीट अभाव के बावजूद भी कड़ी मेहनत के दम पर काफी कुछ हासिल कर सकता है।”
COVID-19 महामारी भारत में तेजी से पैर पसारती जा रही है। शिमोगा निवासी एथलीट ने लोगों को सावधानी बरतने की बात कही।
उन्होंने कहा, “लोगों को कहना चाहता हूं कि हर बार अंधेरे के बाद उजाला आता है। अभी काफी बुरा टाइम चल रहा है, जो कि निकल भी जाएगा। संयम बरतते हुए सावधानी के साथ रहें और सामाजिक दूरी व सामाजिक जिम्मेदारी का पालन करें।
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