फ़्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन
- एड्रियानो
- मोरेस
"मिकीन्यो"
About
एड्रियानो मोरेस लंबा सफर तय कर और बड़ी चुनौतियों को पार करते हुए ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन बने हैं। मोरेस एक अनाथालय में पले-बढ़े और कुछ समय बाद एक महिला ने उन्हें गोद लिया। उन्हें जैसे एक नया जीवन मिल गया था और तभी से अपनी मां का सिर गर्व से ऊंचा करने के लिए प्रतिबद्धता से आगे बढ़ते रहे हैं।
7 साल की उम्र में उनकी मां ने उन्हें जूडो क्लास जॉइन करवाई, इसी के साथ उनके मार्शल आर्ट्स सफर की शुरुआत हुई और कुछ समय बाद उन्होंने ब्राजीलियन जिउ-जित्सु की ट्रेनिंग भी शुरू की। असल में वो गलत संगत में पड़ते जा रहे थे इसलिए उन्होंने खुद की सुरक्षा के लिए BJJ सीखना शुरू किया और इसी कला ने उनके अंदर एक जुनून पैदा किया। आगे चलकर उन्होंने ग्रैपलिंग टूर्नामेंट्स जीते, ब्लैक बेल्ट होल्डर बने और अच्छी पहचान भी प्राप्त की। साल 2011 में मोरेस ने मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में हाथ आजमाने का निर्णय लिया, इसी फैसले का नतीजा रहा कि दक्षिण अमेरिका में लगातार 9 मैच जीतकर उन्होंने रीज़नल लेवल की चैंपियनशिप भी अपने नाम की।
ONE Championship में भी उनका शानदार सफर जारी रहा, जहां वो सबसे पहले ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन बने और अपने टाइटल को डिफेंड भी कर चुके हैं। 2015 में उन्हें काइरत अख्मेतोव के खिलाफ करीबी अंतर से हार के बाद अपने टाइटल को गंवाना पड़ा, लेकिन लगातार जीत दर्ज करते हुए दोबारा चैंपियन भी बने। 2018 में अपने पुराने प्रतिद्वंदी जेहे युस्ताकियो के खिलाफ चैंपियनशिप हारने के बाद भी उन्होंने धैर्य नहीं खोया। इसलिए युस्ताकियो के खिलाफ ट्रायलॉजी बाउट में जीत दर्ज करते हुए एक बार फिर ONE फ्लाइवेट वर्ल्ड चैंपियन बने।