ONE Friday Fights 58: Superbon Vs. Grigorian II की 5 हाइलाइट्स
![Jake Peacock Kohei Shinjo ONE Friday Fights 58 48](https://cdn.onefc.com/wp-content/uploads/sites/7/2024/04/Jake-Peacock-Kohei-Shinjo-ONE-Friday-Fights-58-48.jpg)
5 अप्रैल को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में हुए ONE Friday Fights 58: Superbon vs. Grigorian II में 20 एथलीट्स ने दमदार प्रदर्शन किया।
इवेंट में किकबॉक्सिंग और मॉय थाई के मुकाबले देखने को मिले, जहां कुछ नए स्टार्स ने दम दिखाया तो वहीं कई सारे कंटेंडर्स उभरकर सामने आए।
आइए नजर डालते हैं कि एशियाई प्राइमटाइम पर हुए शो में क्या-क्या हुआ।
पाउंड-फोर-पाउंड दिग्गज हो सकते हैं सुपरबोन
![Superbon Marat Grigorian ONE Friday Fights 89](https://cdn.onefc.com/wp-content/uploads/sites/7/2024/04/Superbon-Marat-Grigorian-ONE-Friday-Fights-89.jpg)
ONE अंतरिम फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल के लिए #1 रैंक के कंटेंडर सुपरबोन और #2 रैंक के मरात ग्रिगोरियन ने रिंग में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
थाई स्टार ने अर्मेनियाई फाइटर के शरीर पर वार किए, लेकिन ग्रिगोरियन ने इसका जवाब पंचों से दिया। चैंपियनशिप राउंड्स में सुपरबोन के बॉडीवर्क में तेजी आई। 33 वर्षीय सुपरस्टार ने मैच को अपने नियंत्रण में लेकर सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की।
दोनों की प्रतिद्वंदिता के तीन मैचों में सुपरबोन ने बढ़त बना ली है और वो अब टाइटल विजेता चिंगिज़ अलाज़ोव के खिलाफ बेल्ट को यूनिफाई करना चाहेंगे।
इनके बीच भविष्य में होने वाला मैच ना सिर्फ अनडिस्प्यूटेड ONE फेदरवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन तय करेगा बल्कि ये भी साबित हो जाएगा कि दुनिया का टॉप पाउंड-फोर-पाउंड किकबॉक्सर कौन है।
बेंटमवेट डिविजन में नोंग-ओ अब भी बड़े सुपरस्टार
![Nong O Hama Nico Carrillo ONE Friday Fights 46 7 scaled](https://cdn.onefc.com/wp-content/uploads/sites/7/2023/12/Nong-O-Hama-Nico-Carrillo-ONE-Friday-Fights-46-7-scaled-4.jpg)
ONE Friday Fights 58 में अगर पूर्व ONE बेंटमवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन नोंग-ओ हामा को हार का सामना करना पड़ता तो वो शायद टॉप कंटेंडर ना रहते।
कुलबडम सोर जोर पिएक उथाई उनके स्थान पर काबिज होने के तैयार थे, लेकिन 37 वर्षीय दिग्गज ने अपने हमवतन साथी के अरमानों पर पानी फेर दिया।
पूर्व चैंपियन मैच की पहली घंटी बजने के साथ ही काफी उत्साहित थे। कुलबडम मैच में भले ही नॉकआउट ना हुए हों, मगर उन्हें काफी मार खानी पड़ी।
नौ मिनट के शानदार एक्शन के बाद नोंग-ओ ने सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल की और भविष्य में जोनाथन हैगर्टी के खिलाफ चैंपियनशिप मैच की उम्मीदों को जिंदा रखा है।
असाही ने साबित किया कि सेकसन को हराया जा सकता है
सेकसन ओर क्वानमुआंग ने 2023 में लगातार आठ फाइट जीतकर ONE में तहलका मचा दिया था। थाई दिग्गज के लिए पिछला साल यादगार रहा, लेकिन युटारो असाही ने दिग्गज को उनके ONE करियर की पहली हार का स्वाद चखाया।
वो इतने बड़े सुपरस्टार के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ढीले पड़ सकते थे, लेकिन जापानी स्टार ने अपनी तकनीक से हर किसी का मन मोह लिया। 142-पाउंड कैचवेट मुकाबले में उन्होंने अपने खेल से “द मैन हू यील्ड्स टू नो वन” को पछाड़ा।
Phoenix Gym के एथलीट ने सेकसन को वापसी का कोई मौका नहीं दिया और इस शानदार जीत के दम पर उन्होंने ग्लोबल स्टेज पर दमदार आगाज किया।
शैडो का दमदार प्रदर्शन
नतीजों के लिहाज से देखें तो शैडो सिंघा माविन के लिए बैंकॉक में एक आसान रात रही। लेकिन एरिक हेहीर ने फेदरवेट मॉय थाई मैच में उनके लिए काम आसान नहीं होने दिया।
शैडो ने मैच के पहले राउंड में स्वीडिश एथलीट को लेफ्ट एल्बो मारकर गिरा दिया था। हेहीर ने दूसरे राउंड में स्कोर बराबर किया। शैडो ने इस राउंड का अंत हेहीर को राइट हैंड जड़कर किया।
तीसरे राउंड में थाई एथलीट ने अपने विरोधी को लगातार दो राइट हाई किक्स मारी और रिकवर होने का समय नहीं दिया। ये पूर्व Rajadamnern Stadium मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियन के लिए ONE में पहली जीत रही और साबित करने में कामयाब रहे कि वो ONE Friday Fights में सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स का सामना कर सकते हैं।
ग्लोबल स्टेज के लिए पीकॉक तैयार
दिव्यांग फाइटर जेक पीकॉक के लिए Road to ONE: Canada टूर्नामेंट जीतना और ग्लोबल स्टेज पर आना ही बहुत प्रेरणादायक बात होती, लेकिन सिर्फ इतना ही “द वन” के लिए काफी नहीं था।
30 वर्षीय स्टार ने तीन राउंड के बेंटमवेट मॉय थाई मुकाबले में कोहेई शिंजो को हराकर साबित किया कि वो दुनिया के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकिंग रोस्टर में जगह बनाने के हकदार हैं।
पीकॉक ने शिंजो ने पूरे नौ मिनट के मैच के दौरान पूरी तरह से छकाया और इंग्लिश-कनाडाई एथलीट पूरी फाइट के दौरान फिनिश की तलाश में थे।
उन्होंने अपने प्रोफेशनल रिकॉर्ड को 13-1 किया और शानदार ONE डेब्यू के साथ अपनी दृढ इच्छाशक्ति का लोहा भी मनवाया।