शैडो की गरीबी से मॉय थाई में पहचान बनाने तक की प्रेरणादायक कहानी – ‘गांव के लड़के के लिए किसी सपने से भी परे’

शैडो सिंघा माविन ग्लोबल स्टेज पर अपनी धाक जमाने के लिए तैयार हैं।
तीन रैंक के फेदरवेट मॉय थाई कंटेंडर का सामना 12 जुलाई को होने वाले ONE Fight Night 33: Rodrigues vs. Persson के अहम मुकाबले में मोहम्मद यूनेस रबाह से होगा।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में होने वाले इस मुकाबले से पहले शैडो के अब तक के सफर पर नजर डालते हैं।
गरीबी में बीता शुरुआती जीवन
थाईलैंड के ताक प्रांत में पले-बढ़े शैडो का जीवन आसान नहीं था।
अकेली मां द्वारा कठिन परिस्थितियों में की गई परवरिश और अभाव के चलते उन्हें बचपने से ही काम करना पड़ा।
उन्होंने onefc.com को बताया:
“मैं अपनी मां और आंटी के साथ बड़ा हुआ। मेरे परिवार के पास ज्यादा कुछ नहीं था। मुझे बचपन से ही आत्मनिर्भर होने की ट्रेनिंग मिली थी। हालांकि, मेरी मां ने मुझे हमेशा प्यार दिया।”
बचपन की परेशानियों ने उनके किरदार को बनाने में अहम रोल अदा किया।
उनकी मां घर चलाने के लिए जो भी काम मिला, वो किया। इसने शैडो को जिम्मेदारी का अहम पाठ सिखाया:
“मेरा बचपन बहुत मुश्किल था। मेरी मां ने पैसे कमाने के लिए अलग-अलग तरह के काम किए। हमारे पास सर्दियों में क्रीम खरीदने तक के लिए 15 बाहत (थाई करेंसी) भी नहीं होते थे।”
सफर की शुरुआत
12 साल की उम्र में मॉय थाई से परिचय के बाद शैडो का जीवन बदल गया।
उन्होंने याद करते हुए बताया:
“मैंने 12 साल की उम्र में मॉय थाई की शुरुआत की। गांव के एक अंकल ने मुझे अपने जिम में आकर ट्रेनिंग का न्योता दिया, लेकिन मैंने अपनी मां को नहीं बताया। मैं वहां जाना नहीं चाहता था, लेकिन मेरा कज़िन पहले से वहां ट्रेनिंग करता था तो इसलिए मैं चला गया।”
ट्रेनिंग की दशा कुछ खास नहीं थी।
सिर्फ कुछ चीजों के सहारे वो खुले मैदान में ट्रेनिंग करते थे और शैडो ने अपनी मेहनत के दम पर स्किल्स बनानी शुरु की।
हालांकि, देश के अन्य नौजवानों की तरह टीवी पर थाई दिग्गज बुआकाव को देखकर उन्हें मॉय थाई को गंभीरता से लेने की प्रेरणा मिली:
“शुरुआती ट्रेनिंग बहुत मुश्किल थी क्योंकि कैंप में सिर्फ दो बॉक्सर थे। वहां सिर्फ एक मिट्टी का पंचिंग बैग था।
“जब मैंने बुआकाव को देखा तो मुझे मॉय थाई से सच्चा प्यार हो गया। मैं उनके जैसा बनना चाहता था और उम्मीद थी कि पैसे कमाकर अपने परिवार को अच्छा जीवन दे पाऊं।”
बाधाओं को पार किया
शैडो के जीवन में परेशानियों की कोई कमी नहीं रही। टैलेंट और मेहनत के बावजूद उन्हें धक्के खाने पड़े।
उन्होंने रीजनल सर्किट पर नाम बनाने और परिवार की सहायता के लिए प्रतियोगिता करनी शुरु की। आर्थिक समस्याओं ने उनके फाइटिंग करियर पर लगभग विराम लगा दिया था।
लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी:
“बचपन में परिवार की जिम्मेदारियों ने मुझे भटकने नहीं दिया। मुझे हमेशा अपने परिवार का ध्यान रखने को प्राथमिकता देनी पड़ी।
“फाइटिंग से दूर होने के बाद भी मुझे निराशा नहीं हुई क्योंकि मैं बचपन से ही लगातार काम कर रहा था।”
जब शैडो बैंकॉक के स्टेडियम्स में पहुंचे तो उन्हें रीजनल और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में टैलेंट की भारी कमी महसूस हुई।
आलोचक उनकी काबिलियत पर शक करते थे, जिसने उनमें एक भूख पैदा की:
“बैंकॉक में मुझे ज्यादा प्रतिभाशाली प्रतिद्वंदियों का सामना करना चैलेंज था। मेरी फाइटिंग इतनी मजबूत नहीं थी, जब तक मैंने 2022 में Rajadamnern Stadium वर्ल्ड टाइटल नहीं जीता। ये मेरा पहला टाइटल था और मुझे इस पर बहुत गर्व है।
“मुझे कम आंका गया और लोग कहते थे, ‘इसके जैसा फाइटर अच्छा नहीं हो सकता।’ ये बातें तब भी कही जाती थी, जब मैं उत्तर में कई फाइट्स के जरिए शो को हेडलाइन कर चुका था।”
ग्लोबल स्टेज का सपना
शैडो के ONE करियर का सबसे बड़े पल ONE Friday Fights 100 में आया, जब उन्होंने संगठन में लगातार चार जीत अपने नाम कर छह अंकों की राशि वाला कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया।
इस कामयाबी ने उनके लिए नए रास्ते खोल दिए:
“जब मुझे ONE Friday Fights 100 में कॉन्ट्रैक्ट मिला तो हैरान और भावुक था। मैंने नॉकआउट से जीत हासिल कर बोनस जीता, जिसकी मैंने कल्पना नहीं की थी।
“ONE Championship से कॉन्ट्रैक्ट मिलना बहुत शानदार था। गांव के लड़के के लिए ये किसी सपने से भी परे था।”
अब फेदरवेट डिविजन में तीन रैंक हासिल कर चुके शैडो की नजरें खिताब पर टिक गई हैं।
वो अपने नाम और रुतबे पर खरा उतरते हुए 26 पाउंड की ONE Championship बेल्ट को जल्द से जल्द अपनी कमर पर बांधना चाहते हैं:
“फिलहाल तीन रैंक का कंटेंडर होने के नाते मुझे नहीं लगता कि टाइटल मेरी पहुंच से ज्यादा बाहर है। हालांकि, ये सब मेरे प्रदर्शन पर निर्भर करता है। अगर मैंने दो-तीन फाइट में अच्छा प्रदर्शन किया तो आश्वस्त हूं कि मुझे खिताबी मैच मिल जाएगा।
“फैंस को कहूंगा कि कॉन्ट्रैक्ट के बाद अपने पहले मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की कोशिश करूंगा। मैं फैंस से कहना चाहता हूं कि मुझे सपोर्ट करते रहें।”