अपराजित लाइटवेट MMA कंटेंडर अलिबेग रसुलोव से जुड़ी 5 दिलचस्प बातें

शनिवार, 7 जून को अलीबेग रसुलोव टॉप लाइटवेट MMA कंटेंडर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहेंगे, जब उनका सामना ONE Fight Night 32 में स्विस स्टार मॉरिस अबेवी से होगा।
रसुलोव एक समय ONE Championship गोल्ड बेल्ट के बेहद करीब आ गए थे। अपने प्रमोशनल डेब्यू में ओक रे यूं को पराजित करने के बाद 32 वर्षीय स्टार ने डिविजन के चैंपियन क्रिश्चियन ली को ONE लाइटवेट MMA वर्ल्ड टाइटल के लिए चैलेंज किया था।
ये मुकाबला जितनी देर चला, तब तक करीबी रहा, लेकिन रसुलोव की आंख में अंगुली लगने की वजह से दूसरे राउंड में नो कॉन्टेस्ट के रूप में खत्म हुआ। अब टर्किश स्टार जीत और दोबारा चैंपियनशिप मैच पाने के लिए उतावले होंगे।
इससे पहले कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में वापसी करें, उनके बारे में पांच दिलचस्प बातें जान लेते हैं।
#1 दागेस्तानी रेसलिंग में महारथ
रसुलोव भले ही ग्लोबल स्टेज पर तुर्की का प्रतिनिधित्व करते हों, लेकिन उनका जन्म और पालन-पोषण कॉम्बैट स्पोर्ट्स के गढ़ दागेस्तान में हुआ था।
अपने साथी एथलीट्स की तरह ही उन्होंने भी रेसलिंग से मार्शल आर्ट्स का सफर शुुरु किया। उन्होंने बाद में अपनी ट्रेनिंग में मॉय थाई और MMA को शामिल किया, लेकिन उनके खेल की नींव रेसलिंग के जबरदस्त टेकडाउन, दम घोंटने वाले दबाव और ग्रैपलिंग अटैक हैं।
बिना किसी शक के वो लाइटवेट MMA डिविजन के सबसे घातक रेसलर्स में से एक हैं और दुनिया के सबसे बेहतरीन टेकडाउन आर्टिस्ट्स में से एक हैं।
#2 युवा दिनों से ही MMA में लाजवाब रहे
रेसलिंग के बैकग्राउंड के चलते रसुलोव को शुरुआत में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के खेल से तालमेल बैठाने में थोड़ी परेशानी हुई, जब उन्होंने 20 साल की उम्र में 2012 में इसकी शुरुआत की थी।
दागेस्तान की Gorets Fight Team में ट्रेनिंग करने वाले स्टार ने 2013 में एमेच्योर डेब्यू किया और जल्द ही वो यूरोपियन MMA फैंस का ध्यान खींचकर टॉप फाइटर्स में से एक बन गए।
#3 एक बेदाग प्रोफेशनल रिकॉर्ड
रसुलोव 2016 में प्रोफेशनल एथलीट बने और सबसे कठिन रीजनल MMA सर्किट पर मुकाबला करने के बावजूद उन्होंने ONE Championship में कदम रखने से पहले 13-0 का शानदार रिकॉर्ड बनाया।
खास बात ये है कि रसुलोव अपनी शारीरिक बनावट, स्किल और खेल में इतने बेहतरीन हो गए थे कि उनके लिए एक समय पर प्रतिद्वंदी मिलना मुश्किल हो गया था।
उन्होंने रूसी और यूरोप के दूसरे हिस्सों में प्रतिद्वंदी पाने के लिए समय बिताया।
#4 बेहतरीन ट्रेनिंग
लगातार सीखने और सुधार करने वाले रसुलोव एक प्रतिद्वंदी के रूप में खुद में लगातार बेहतरी के लिए तुर्की के Hyperion Fighters जिम में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
यहीं पर पूर्व ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर जमाल युसुपोव भी ट्रेनिंग करते थे। इस जिम ने रसुलोव को एक ऑलराउंडर फाइटर बनने में सहायता प्रदान की है।
#5 ग्राउंड-एंड-पाउंड एक्सपर्ट
रसुलोव मौजूदा दौर में MMA के सबसे काबिल और घातक ग्राउंड-एंड-पाउंड आर्टिस्ट हैं।
उन्होंने आज तक इसके दम पर अपने करियर में छह तकनीकी नॉकआउट जीत हासिल की हैं। अगर उन्हें स्ट्राइक्स की वजह से जीत ना मिले तो वो इसका फायदा उठाकर सबमिशन तलाशना शुरु कर देते हैं और उनके नाम इससे चार जीत भी हैं।