शैडो का मानना है कि ONE Fight Night 35 में बैमपारा कौयाटे के खिलाफ फाइट में नॉकआउट आएगा
तीन रैंक के फेदरवेट मॉय थाई कंटेंडर शैडो सिंंघा माविन ONE Fight Night 35 में दो रैंक के कंटेंडर बैमपारा कौयाटे के खिलाफ एक निर्णायक फिनिश की तलाश में होंगे।
ये अहम मुकाबला अगला ONE फेदरवेट मॉय थाई वर्ल्ड टाइटल चैलेंजर तय कर सकता है और इसका आयोजन 6 सितंबर को बैंकॉक, थाईलैंड के लुम्पिनी स्टेडियम में किया जाएगा।
अपने खास फाइटिंग स्टाइल और मैचों को फिनिश करने की काबिलियत के दम पर उन्होंने फेदरवेट रैंक्स में खुद को आगे बढ़ाया है।
पूर्व Rajadamnern Stadium वर्ल्ड चैंपियन ने ONE में लगातार पांच जीत दर्ज की हैं। पिछले मार्च में हसन वहदानिराद के खिलाफ आए नॉकआउट के बाद उन्हें छह अंकों की राशि वाला कॉन्ट्रैक्ट हासिल हुआ।
फिर उन्होंने मोहम्मद यूनेस रबाह के खिलाफ जुलाई में हुए ONE Fight Night 33 में बढ़त बनाई, लेकिन गलती से आंख में उंगली लगने की वजह से मैच नो कॉन्टेस्ट करार दिया गया।
अब उनके सामने कौयाटे होंगे, जो कि बहुत तेज-तर्रार और जबरदस्त किक्स लगाने के लिए जाने जाते हैं।
शैडो ने बताया:
“आप इस फाइट में मेरी एल्बोज़ देखेंगे। अगर मैं खड़े रहकर पंच लगाऊं तो शायद उतने पंच निशाने पर लैंड नहीं होंगे, ऐसे में मुझ पर वार ज्यादा पड़ सकते हैं।
“मुझे पूरा विश्वास है कि हम दोनों में से कोई एक नॉकआउट होगा। मैं एक धमाकेदार जीत चाहता हूं क्योंकि ये मेरे करियर के लिए बेहतरीन रहेगी।”
शैडो ने कौयाटे के शानदार प्रदर्शन का अध्ययन किया है, जिसमें ल्यूक “द शेफ” लेसेई और “स्मोकिन” जो नाटावट पर नॉकआउट जीत शामिल हैं।
एक तरफ उन्होंने माना कि उनके प्रतिद्वंदी की लंबाई और रीच उन्हें फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन Singha Mawynn Gym के स्टार ने इससे बचने के लिए गेम प्लान सोच लिया है।
शैडो ने अपनी रणनीति के बारे में बताया:
“मैंने इस फाइट के लिए अच्छी तैयारी की है। बैमपारा अच्छे पंच और बेहतरीन फुटवर्क वाले लाजवाब फाइटर हैं। उन्होंने हाल ही में जो नाटावट और ल्यूक लेसेई को हराया और उनकी फॉर्म शानदार है। वो बहुत तेजी से मूव करते हैं। मुझे सही पल का इंतजार करना होगा ताकि वो जल्दी से आगे जाकर बाहर निकल सकूं ताकि मुझे पंच ना पड़ें।
“अभी मैं अपनी स्किल्स और किक्स को धारदार बनाने पर काम कर रहा हूं। ये मेरे लिए नया अनुभव है क्योंकि मैंने कभी उनके जैसे फाइटर का सामना नहीं किया है तो मुझे अपने गेम प्लान में बदलाव कर जीत का रास्ता तलाशना होगा।”
शैडो की नजरें कौयाटे को हराकर तवनचाई पर लगीं
बैमपारा कौयाटे को हराने के बाद शैडो सिंघा माविन का मुख्य लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप हासिल करना है। बैंकॉक निवासी खुद को चैंपियन के खिलाफ टेस्ट करना चाहते हैं।
अभी तकनीकी महारथ और फिनिशिंग के दम पर तवनचाई पीके साइन्चाई का ONE फेदरवेट मॉय थाई डिविजन पर कब्जा है।
शैडो के लिए इस हफ्ते का मुकाबला रैंकिंग सुधारने से मौके से कहीं बढ़कर है। यहां मिली जीत उनके लिए करियर के सबसे बड़े दरवाजे को खोल देगी।
थाई स्टार इस मौके की अहमियत को अच्छी तरह से जानते हैं:
“ये मेरे लिए खुद को साबित करने और अगले स्तर पर जाने का बहुत अहम मौका है। अगर मेरी जीत हुई तो मैं गोल्ड के लिए चैलेंज करने के करीब पहुंच जाऊंगा।”
शैडो सालों की मेहनत और लगन के दम पर मॉय थाई के शिखर पर पहुंचना चाहते हैं। थाई स्टार ने परिवार को गरीबी के चंगुल से निकालने के लिए ग्लव्स पहने थे।
25 वर्षीय स्टार की नजरें अभी से तवनचाई के खिलाफ मैच और उसकी रणनीति पर लग गई हैं।
उन्होंने बताया:
“मुझे (जीत हासिल) करना ही होगा। ये मुझे मेरे सपने के करीब पहुंचाएगा और मेरा सपना मौजूदा चैंपियन तवनचाई से फाइट करना है। मैं किसी दिन उन तक पहुंचने की स्किल्स बनाऊंगा।
“सबसे पहली चीज जो मेरे दिमाग में आती है वो ये कि मुझे किस तरह से लेफ्ट किक और बाहर रहकर फाइट से बचना है। मुझे करीब रहते हुए अपनी एल्बोज़ इस्तेमाल करनी होंगी।”