आरती खत्री अपने ONE Friday Fights डेब्यू को यादगार बनाने के लिए तैयार – ’15 अगस्त को जीतकर आना चाहूंगी’
उभरती हुई भारतीय MMA फाइटर आरती “द डेस्ट्रॉयर” खत्री लंबे समय बाद ONE Friday Fights 120 से MMA में वापसी करने जा रही हैं।
उनका सामना एटमवेट MMA फाइट में जापानी स्टार इत्सुकी “एंड्रॉइड 18” हिराटा से होगा और वो करीब चार साल बाद रिंग में लौटकर जीत के साथ अपने करियर के नए अध्याय की शुरुआत करना चाहेंगी।
दिल्ली निवासी स्टार ने अपने करियर में पांच MMA फाइट्स में शिरकत कीं, जिसमें से उन्होंने सभी में शानदार जीत हासिल कीं। इसमें चार बेहतरीन फिनिश भी शामिल रहे।
शुक्रवार, 15 अगस्त की शाम थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में होने वाले इवेंट में एक कठिन प्रतिद्वंदी का सामना कर रही हैं।
वो लंबे समय बाद मिले वापसी के मौके को लेकर शुक्रगुज़ार हैं और इसका भरपूर फायदा उठाना चाहती हैं।
उन्होंने बताया:
“मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि इतने समय बाद इतने बड़े प्लेटफॉर्म पर मौका मिलने जा रहा है। मैं वहां जीतना चाहती हूं। इतने ब्रेक के बाद काफी लोग छोड़ भी देते हैं। मैंने अपने मन को सेट रखा कि जिस दिन मौका मिलेगा, पूरा फायदा उठाऊंगी।
“मैंने अपने खेल को ही सब कुछ माना हुआ है। मेरे लिए इसके बिना जीवन में कुछ नहीं है। अगर मैं कामयाब नहीं हुई तो जो लोग मुझे प्रेरणा मानते हैं तो वो मुझसे क्या सीखेंगे। जब तक आप आगे नहीं बढ़ते तब तक लोग नजरअंदाज करते हैं, बातें बनाते हैं। यही बात मुझे प्रेरित करती थी कि मुझे MMA ही करना है।”
15 वर्ष की उम्र से टायक्वोंडो के जरिए मार्शल आर्ट्स सफर की शुरुआत करने वाली खत्री उस एथलीट से भिड़ेंगी, जिन्होंने छह साल की छोटी सी उम्र से ही जूडो में हाथ आजमाना शुरु कर दिया था।
ONE में पांच जीत दर्ज कर चुकी हिराटा जून 2024 के बाद पहली बार दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन में लौट रही हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय स्टार का कहना है कि जापानी जूडोका पर दबाव होगा और वो हर चुनौती को पार करते हुए 15 अगस्त के खास दिन देश का झंडा फहराना चाहेंगी।
खत्री ने बताया:
“उन पर दबाव तो जरूर होगा और वो जीतना चाहेंगी। और मैंने काफी टाइम से फाइट नहीं की है तो मैं अपने हिसाब से फाइट करूंगी। मैं उनके हिसाब से नहीं बल्कि अपने हिसाब से मैच आगे बढ़ाऊंगी। अगर वो कुछ करेंगी तो मैं उसे डिफेंड करने के लिए तैयार रहूंगी।
“मैं अपने देश का झंडा लहराना चाहती हूं। मैं यही कहूंगी कि अगर आप किसी चीज को कर रहे हों तो उसमें पूरी तरह रम जाएं। मैं 15 अगस्त को जीतकर आना चाहूंगी।”
लोगों के तानों के बावजूद नहीं रुकने दिया MMA का सफर
MMA जैसे कठिन खेल में आगे बढ़ना काफी चुनौती और संघर्षों से भरा होता है और महिला एथलीट के लिए चुनौतियां और अधिक हो जाती हैं।
2018 से MMA शुरु करने वाली स्टार को अपने रिश्तेदारों के ताने सुनने पड़े। वो कहते थे कि चोट लग गई तो आगे कौन साथ देगा।
Amit Muay Thai टीम की स्टार ने कहा:
“मेरे रिश्तेदार बोलते थे कि ये अपनी मर्जी की मालकिन है। वे बोलते थे कि ऐसा खेल चुना है, जिसमें चोट लग सकती है। लड़की है आगे चलकर दिक्कत होगी तो कौन इसे संभालेगा।
“लेकिन मैं किसी की सुनती नहीं थी। लोग मम्मी को बोलते हैं कि इसकी शादी कर दो, बड़ी हो गई है क्यों बैठा रखा है। मम्मी सब कुछ लोगों की बातें झेल रही हैं।”
कुछ साल पहले भाई का निधन और फाइट्स ना मिलने के कारण उन्हें खेल से ना चाहते हुए भी दूर होना पड़ा।
लोगों की बातें और फाइट ना मिलने की निराशा के बावजूद वो लगातार ट्रेनिंग करती रहीं ताकि मौका मिलते ही खुद को तैयार पाएं।
29 वर्षीय स्टार ने कहा:
“इस दौरान (खेल से दूर होने पर) मैं लगातार ट्रेनिंग पर ध्यान देती रही। उम्मीद यही थी कि मौका मिलेगा तो मुझे अच्छा करके दिखाना है। पता नहीं होता था कि कब मुझे फाइट मिलेगी।
“परिवार वाले भी बोलते थे कि क्या हुआ जो इतने टाइम से फाइट नहीं मिली। मेरे लिए उनको भी जवाब देना मुश्किल हो जाता था। अब जब मुझे फाइट मिली है तो फैमिली वाले भी बोल रहे हैं कि बहुत अच्छी बात है क्योंकि खाली बैठे हुए काफी टाइम हो गया था।”