इन 3 कारणों से बोगडन शुमारोव लाइटवेट किकबॉक्सिंग डिविजन के लिए एक बड़ा खतरा हैं
![Constantin Rusu Bogdan Shumarov ONE Fight Night 12 68](https://cdn.onefc.com/wp-content/uploads/sites/7/2023/07/Constantin-Rusu-Bogdan-Shumarov-ONE-Fight-Night-12-68.jpg)
बोगडन शुमारोव शनिवार, 4 मई को शानदार प्रदर्शन करने के बाद ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल मैच हासिल करने के बेहद करीब पहुंच जाएंगे।
ONE Fight Night 22: Sundell vs. Diachkova में बुल्गारियाई स्ट्राइकर का सामना थाई स्टार रंगरावी सिटसोंगपीनोंग से होगा और वो थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी बॉक्सिंग स्टेडियम में अपने लगातार 10 जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाना चाहेंगे।
ONE में अभी दो फिनिश के साथ 2-0 का रिकॉर्ड रखने वाले शुमारोव जीत की हैट्रिक लगाने के बाद नए ONE लाइटवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन अलेक्सिस निकोलस को चुनौती देने के काफी करीब आ जाएंगे।
यहां उन तीन कारणों पर चर्चा करते हैं, जिनसे वो डिविजन के बाकी स्टार्स के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं।
#1 लगातार दबाव बनाने की ताकत
शुमारोव बुल्गारिया में जन्मे हैं और अपने करियर की शुरुआत भी वहीं से की, लेकिन ट्रेनिंग को आगे बढ़ाने के लिए वो 2021 में नीदरलैंड्स शिफ्ट हो गए।
27 वर्षीय स्टार को लगातार आगे बढ़ना और विरोधियों से दूरी कम करना पसंद है और वो करीब आकर अटैक करते हैं। लगातार दबाव बनाने की वजह से लापरवाह बिल्कुल नहीं होते बल्कि मौके का इंतजार करते हैं। और एक बार सही मौका मिलने पर वो अपने विरोधी पर बॉक्सिंग कॉम्बिनेशन की झड़ी लगा देते हैं।
SB Gym के प्रतिनिधि अपने टारगेट में बदलाव भी करते रहते हैं ताकि वो उनके प्रतिद्वंदी को संभलने का मौका ना मिले और जिससे उन्हें नॉकडाउन या फिनिश हासिल हो जाए।
#2 मजबूत ठोड़ी
![Constantin Rusu Bogdan Shumarov ONE Fight Night 12 39](https://cdn.onefc.com/wp-content/uploads/sites/7/2023/07/Constantin-Rusu-Bogdan-Shumarov-ONE-Fight-Night-12-39.jpg)
शुमारोव को लगातार आगे बढ़कर वार करने में कोई परेशानी नहीं होती क्योंकि उन्हें अपनी ठोड़ी और डिफेंस पर भरोसा होता है।
उनके 17-2-1 के करियर रिकॉर्ड पर नजर डालने पर पता चलता है कि उन्हें सिर्फ दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है और दोनों जजों के नतीजे से आई हैं।
शुमारोव जब आगे आते हैं तो उनका गार्ड मजबूत रहता है और विरोधी के अटैक आने के लिए जरा भी मौका नहीं देते। अगर विरोधी उन्हें गार्ड को भेदकर अटैक में कामयाब भी हो जाए तो बुल्गारियाई स्टार की दृढ़ता काम आती है।
पिछले साल जुलाई में कॉन्स्टेंटाइन रुसु के खिलाफ उन्हें भारी-भरकम पंचों का सामना करना पड़ा, लेकिन वो ऐसा आसानी से कर पाए। शुमारोव इससे ना सिर्फ उबरे बल्कि तीसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट से जीत भी दर्ज की।
#3 घातक काउंटर पंच
शुमारोव अपने विरोधी के अटैक का इंतजार करते हैं ताकि उन्हें घातक काउंटर अटैक करने का मौका मिल जाए।
जबरदस्त अटैक और टाइट डिफेंस की वजह से वो अपने प्रतिद्वंदी के द्वारा गलती करने का इंतजार करते हैं और मौका मिलते ही उनके गार्ड को भेदते हुए वार करते हैं।
जब विरोधी पंचों से वार कर रहा होता है तो वो किक्स और नीज़ का इस्तेमाल कर देते हैं। ऐसा ही उन्होंने पिछले साल फरवरी में मारवन हूली के खिलाफ डेब्यू मैच में किया था।