ONE के पहले अमेरिकी मॉय थाई फाइटर बनने जा रहे असा टेन पॉ के शानदार सफर पर एक नजर

Asa_Ten_Pow hero 1200x1165 1

अमेरिकी प्राइमटाइम पर इस शुक्रवार, 21 अक्टूबर (भारत में शनिवार, 22 अक्टूबर) को शानदार स्ट्राइकर असा टेन पॉ यूएस से अब तक के पहले ऐसे एथलीट बन जाएंगे, जो ONE Championship में मॉय थाई मुकाबला करने उतरेंगे।

टेन पॉ ONE Fight Night 3 में मेहदी ज़टूट के खिलाफ अपनी बेंटमवेट बाउट में अपना टैलेंट दिखाने उतरेंगे। साथ ही वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी स्ट्राइकर्स के पथपदर्शक भी बनने जा रहे हैं।

काफी चर्चा का विषय बने नए एथलीट ने हाल ही में दुनिया के सबसे बड़े मार्शल आर्ट्स संगठन तक की अपनी यात्रा के बारे में बात की और बताया कि ये बड़ा मौका उनके लिए कितना मायने रखता है।

काफी जल्दी की शुरुआत

“द अमेरिकन निंजा” अपने जीवन की शुरुआत से ही एक सच्चे मार्शल आर्टिस्ट रहे हैं।

ओरेगन के पोर्टलैंड में जन्मे टेन पॉ काफी छोटे कद के बच्चे थे, जिसके चलते उनके माता-पिता ने केवल 5 साल की उम्र में ही उनका कराटे क्लास में दाखिला करवा दिया था।

उन्होंने ONEFC.com को बताया:

“शुरुआत में डॉक्टरों ने कहा था कि मैं बहुत तगड़ा, लंबा और सेहतमंद नहीं बनने वाला हूं। इस पर मेरी मां ने कहा था कि ‘मैं नहीं चाहती हूं कि कोई उसे परेशान करे या चिढ़ाए इसलिए हम उसे मार्शल आर्ट्स सिखाने के लिए भेज रहे हैं।'”

हालांकि, इसके कुछ ही समय बाद टेन पॉ के माता-पिता अलग हो गए और युवा एथलीट अपने पिता के साथ दक्षिण फ्लोरिडा चले गए।

वहां से उनके पिता कॉम्बैट स्पोर्ट्स में उनको आगे बढ़ाने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हो गए और उन्होंने बड़े स्टूडेंट्स के साथ उभरते हुए एथलीट का पहले कुंग फू क्लास में दाखिला करवा दिया था।

अपने से बड़े एथलीट्स से मुकाबला करने लगे

अपने पिता की करीबी निगरानी में उन्होंने सभी तरह की प्रैक्टिस की और टेन पॉ हर तरह से एक माहिर स्ट्राइकर बन गए। उन्होंने विंग चुन, प्रेइंग मैंटिस कुंग फू, मॉय थाई और बॉक्सिंग ट्रेनिंग की थी।

इसके बाद 17 साल की उम्र में उन्होंने अपने से बड़े विरोधियों के खिलाफ सफलता हासिल की और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

इस अहम मौके को याद करते हुए “द अमेरिकन निंजा” ने बताया:

“मुझे याद है कि ये सबसे पहला मौका था, जब मैं जूनियर IBF वर्ल्ड क्लासिक में शामिल हुआ था। उन्होंने कहा था, ‘यहां ऐसा कोई नहीं है, जो आपसे फाइट कर सके। आपको अपने से बड़ों से मुकाबला करने के लिए उनके पास जाना चाहिए।’

“मुझे लगा कि ठीक है तो फिर यही मेरा अगला कदम रहा। फिर मैं वयस्कों से फाइट करने लगा था।”

उस समय फ्लोरिडा के युवा एथलीट को पता था कि वो अपनी पूरी जिंदगी एक फाइटर के तौर पर बिताने वाले हैं।

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 12 साल तक दिन-रात मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग लेने के बाद ये टेन पॉ की रगों में बस गया था।

उन्होंने बताया:

“मैंने चैंपियनशिप जीत ली थी। मैंने दो बड़े उम्र के एथलीट्स के साथ मुकाबला किया और फिर हुआ ये कि मैं ऐसा करने में काफी अच्छा हो गया। अब मैं ऐसा काफी समय से करता आ रहा हूं। सच कहूं तो मुझे नहीं पता कि इससे बाहर कैसे आऊं। मैंने ऐसा करना इसलिए जारी रखा क्योंकि ये मेरे पूरे जीवनभर का लाइफ स्टाइल बन चुका है।”

खुद को साबित करना है

जब वो 18 साल के हुए तो पिता के संरक्षण से बाहर आ गए, लेकिन लगातार मार्शल आर्ट्स में ट्रेनिंग और मुकाबला करना उन्होंने पहले की तरह ही जारी रखा।

हालांकि, वो लगातार मुकाबले करते रहे और अक्सर ही मुकाबले में शामिल रहते थे। “द अमेरिकन निंजा” ने वास्तविकता में हर संभव रूल सेट में मुकाबला किया, जिसमें पॉइंट कराटे से लेकर मॉय थाई और बॉक्सिंग तक शामिल रही।

टेन पॉ के अनुसार, उन्होंने मार्शल आर्ट्स का रास्ता इसलिए चुना था, ताकि वो अपने पिता को ये दर्शा सकें कि उनके अनगिनत ट्रेनिंग सेशन्स बेकार नहीं गए हैं।

“जब बागडोर संभालने का मौका मिला तो मुझे लगता है कि मेरे लिए सबसे बड़ी बात ये है कि मैं अपने पिता को दिखाऊं कि मैं ये करने में सक्षम हूं। जैसे मैं आपको दिखा सकता हूं कि मैं क्या करने में सक्षम हूं। मेरे लिए चीजें बस ऐसी थीं कि मैं फाइट करने जा रहा हूं, मैं मुकाबला करने जा रहा हूं। मुझे लगता है कि मैं बेस्ट में से एक हूं इसलिए मैं वहां जाऊंगा और खुद को साबित करके दिखाऊंगा।”

‘मैं यूएसए का एथलीट कहलाऊंगा

ONE Fight Night 3 में ज़टूट के खिलाफ अपने बेंटमवेट मुकाबले से कुछ ही दिन दूर टेन पॉ ONE Championship में डेब्यू को अपने अब तक के करियर के शिखर के तौर पर देखते हैं।

उन्होंने कहा:

“मैं यही चाहता था। मैंने इस स्तर पर पहुंचने के लिए उन रास्तों का निर्माण किया था। मैंने उन सभी पहले से आवश्यक चीजों को पूरा करने की कोशिश की, जो मैं कर सकता था, जो मैंने सोचा था कि मुझे सर्वश्रेष्ठ संगठन का वर्ल्ड चैंपियन बनने के लिए करना चाहिए। मुझे खुशी है कि मैं अब इसमें सक्षम हो पाया हूं। मैं ये दिखाने में सक्षम हूं कि अमेरिकी फाइटर्स क्या कर सकते हैं।”

अब जब वो यूएस प्राइमटाइम ऑडियंस के सामने मुकाबला करने वाले हैं तो “द अमेरिकन निंजा” अमेरिकी स्ट्राइकिंग का चेहरा बनने और अपने देश के अन्य एथलीट्स के लिए रास्ता बनाने को तैयार हैं।

उन्होंने कहा:

“साल 2015 से मैं अमेरिकी मॉय थाई में सबसे बड़ा नाम बनने की कोशिश कर रहा हूं। जब से मैं USA टीम में आया हूं, तब से मैं इसके इंतजार में बैठा था। अब मैं ही वो एथलीट बनने जा रहा हूं। मैं यूएसए का एथलीट बन जाऊंगा। ऐसे में जब वो यूएसए मॉय थाई कहेंगे तो ये मेरे असा टेन पॉ नाम का एक पर्याय बन जाएगा।”

मॉय थाई में और

Sean Climaco
Suriyanlek Por Yenying Tomyamkoong Bhumjaithai ONE Friday Fights 41 23 scaled
Zakaria El Jamari 1200X800
Regian Eersel Alexis Nicolas ONE Fight Night 21 12
Yamin PK Saenchai Joachim Ouraghi ONE Friday Fights 59 8
Yamin JoachimOuraghi 1920X1280
Smilla Sundell Allycia Hellen Rodrigues ONE Fight Night 14 20 scaled
Natalia Diachkova Chellina Chirino ONE Friday Fights 55 14
Smilla Sundell Allycia Hellen Rodrigues ONE Fight Night 14 25 scaled
Yamin PK Saenchai Zhang Jinhu ONE Friday Fights 33 29
Smilla Sundell Allycia Hellen Rodrigues ONE Fight Night 14 20 scaled
Thongpoon PK Saenchai Timur Chuikov ONE Fight Night 19 39 scaled