स्टेला हेमेट्सबर्गर ने जैकी बुंटान के खिलाफ पांच राउंड की जबरदस्त फाइट पर बात की – ‘मुझे नतीजे से खुशी है’
ऑस्ट्रियाई सनसनी स्टेला हेमेट्सबर्गर ने हमेशा से ही वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना देखा था और उनका ये सपना ONE Fight Night 35 के मेन इवेंट में पूरा हो गया।
शनिवार, 6 सितंबर को 26 वर्षीय स्टार ने थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक के लुम्पिनी स्टेडियम में अपने देश की पहली ONE वर्ल्ड चैंपियन बनने का कारनामा किया।
इसके लिए उन्होंने मौजूदा स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग क्वीन जैकी बुंटान को हराकर वेकेंट (रिक्त) ONE विमेंस स्ट्रॉवेट मॉय थाई वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती।
बुंटान जैसी धुरंधर स्ट्राइकर के खिलाफ मुकाबला कतई आसान नहीं था। लेकिन हेमेट्सबर्गर ने पहले ही राउंड में दो नॉकडाउन हासिल कर ऐसी बढ़त बनाई, जो हार और जीत का अंतर बनी।
Phuket Fight Club में हेमेट्सबर्गर और उनकी टीम ने प्रतिद्वंदी की कमजोरियों को भांपा और उसका फायदा उठाने का पूरा प्लान तैयार किया।
उन्होंने बताया:
“दो नॉकडाउन ने मुझे आत्मविश्वास दिया, लेकिन मैं कहूंगी कि मैं फाइट से पहले भी आत्मविश्वास में थी, मुझे अपनी काबिलियत और टीम पर भरोसा था।
“हमने हर चीज के लिए तैयारी की थी। मैंने किसी खास तकनीक के लिए कोई विशेष गेम प्लान नहीं बनाया था। हमने मेरे लेफ्ट हुक पर काम किया था।”
हालांकि, बुंटान ने पहले राउंड में पिछड़ने के बाद अपनी मजबूती दिखाई। कैलिफोर्निया निवासी स्ट्राइकर ने बीच के राउंड्स में ट्रेडमार्क कॉम्बिनेशन से फाइट को अपने पक्ष में करने का भरसक प्रयास किया।
लेकिन हेमेट्सबर्गर इस चुनौती के सामने पूरी तरह से डटी रहीं और अंत में ऑस्ट्रिया की स्ट्राइकर को सर्वसम्मत निर्णय से जीत हासिल हुई।
जब उन्होंने विरोधी द्वारा बनाए गए दबाव के बारे में पूछा गया तो हेमेट्सबर्गर ने जवाब दिया:
“मैंने धैर्य बनाकर रखने की कोशिश की, अपने कॉर्नर को सुना और जैसे ही मेरी प्रतिद्वंदी आगे आईं, मैंने काउंटर करते हुए गेम प्लान पर फोकस किया। मैंने जो कर सकती थी, वो करने का प्रयास किया। मुझे नतीजे से खुशी है।”

हेमेट्सबर्गर की जीत सिर्फ उनकी नहीं बल्कि पूरे देश की है।
ONE Friday Fights से लेकर ऑस्ट्रिया की पहली ONE वर्ल्ड चैंपियन बनकर उन्होंने देश के मार्शल आर्ट्स सीन को पूरी तरह से बदल दिया है।
उन्होंने अपनी कामयाबी पर कहा:
“मैं ऑस्ट्रिया से ONE Championship की पहली कॉन्ट्रैक्टेड फाइटर हूं और अब ONE Championship बेल्ट जीतने वाली पहली ऑस्ट्रियाई बन गई हूं।
“यहां ONE Championship में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर शानदार अनुभव होता है।”
हेमेट्सबर्गर किकबॉक्सिंग में बुंटान से रीमैच के लिए तैयार
भले ही स्टेला हेमेट्सबर्गर ने मॉय थाई का सबसे बड़ा खिताब जीत लिया हो, लेकिन उनका बैकग्राउंड किकबॉक्सिंग ही है।
जैकी बुंटान के दो खेलों के वर्ल्ड चैंपियन बनने के सपने पर पानी फेरने के बाद अब ऑस्ट्रियाई सनसनी खुद दूसरे खेल में खिताब पाने का सपना देख रही हैं।
अब कहानी पूरी तरह से पलट गई है और वो फिलीपीनो-अमेरिकी प्रतिद्वंदी को हराकर ONE विमेंस स्ट्रॉवेट किकबॉक्सिंग वर्ल्ड टाइटल जीतना चाहती हैं।
हेमेट्सबर्गर ने कहा:
“मैं किकबॉक्सिंग से आती हूं और मुझे इसका बहुत अनुभव है। मौका मिलने पर मैं खुद को किकबॉक्सिंग नियमों में आजमाना पसंद करूंगी।
“मुझे लगता है कि हमारी फाइट के बाद रीमैच काफी अच्छा होगा और लोग इसे देखना चाहेंगे। अगली फाइट और मौका कुछ भी हो, मुझे खुशी होगी। लेकिन मैं किकबॉक्सिंग के लिए फाइट करना चाहूंगी।”
26 पाउंड की गोल्ड बेल्ट जीतने के बाद हेमेट्सबर्गर को कामयाबी की लत लग गई है। ऑस्ट्रिया की पहली ONE वर्ल्ड चैंपियन ने साफ कर दिया है कि ये उनकी कहानी की शुरुआत भर है:
“मैं अभी भी भूखी हूं। मैं हमेशा भूखी होती हूं। मुझे लगता है कि ये एकदम परफेक्ट है।”
